मन भर रहा मनमुटाव से
दिल भर रहा दर्द के घाव से
सफर के साथी सब छूट रहे हैं
सच्चे रिश्ते अब टूट रहे हैं...▪️
वफा करने वाले "अभी" कहां मिलते हैं
बेवफाओं से भरी ये सारी जहां है
वहम सच का देकर लोग बोल झूठ रहे हैं
सच्चे रिश्ते अब टूट रहे है...▪
प्रीत की रीत ना जाने यह दुनिया
अपनों को भी बेगाना बनाए ये दुनिया
दिमाग वाले दिलवालों का फायदा लूट रहे हैं
सच्चे रिश्ते अब टूट रहे हैं...▪️
कसमें खाकर वादे करना, ये सभी झूठे दिलासे हैं
इंसान बदल जाता है, वक्त वक्त की बातें हैं...